कुंदन भराली 

नगांव , 20 फरवरी (संवाद 365)। यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ (उल्फा) स्वाधीन (स्व) द्वारा आयल के दो अधिकारियों का अपहरण की घटना को लेकर लगातार राज्य के लोग लगातार मांग उठा रहे हैं।

विभिन्न संगठनों द्वारा दोनों अधिकारियों को रिहा करने की उल्फा (स्व) से गुहार लगाया जा रहा है। इस कड़ी में राज्य के स्वास्थ्य, वित्त आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा द्वारा दोनों अधिकारियों को रिहा किये जाने का आह्वान किया गया था। इसी कड़ी में शनिवार को ऑल असम छात्र संस्था (आसू) द्वारा भी उल्फा (स्वा) के अध्यक्ष परेश बरुवा से अपहृत किए गए दोनों अधिकारियों को बिना शर्त रिहा किए जाने की गुहार लगाई है।

ज्ञात हो कि आयल के अधिकारी प्रणब गोगोई और राम कुमार को उल्फा (स्व) द्वारा अपहरण के बाद रिहाई के लिए करोड़ों रुपए फिरौती की मांग की गई है। नगांव में शनिवार को आसू के अध्यक्ष दीपांक कुमार नाथ ने उल्फा (स्व) और एनएससीएन (खापलांग) को मानवता की खातिर अपहृत दोनों अधिकारियों को रिहा किए जाने की गुहार लगाई है। वहीं दीपांक कुमार नाथ ने कहा कि दोनों अधिकारियों को रिहाई के लिए आयल कंपनी द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गया, जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।