लखीमपुर 14 जुलाई, संवाद 365 : असम के कई जिला बाढ़ के प्रकोप से झेल रहा है। जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तर असम के दो जिले लखीमपुर और विश्वनाथ जिले में आई बाढ़ ने तबाही का रूप ले लिया है। इन दो जिलो में लगभग एक लाख लोग बाढ़ के प्रकोप झेल रहे हैं। राज्य में आए दूसरे बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तर असम के लखीमपुर जिला के लगभग बीस गांव हुआ है। हिन्गरा नदी का पानी गाँव मे घुस जाने की वजह से नाँववेसिया विधानसभा क्षेत्र के लगभग बीस गांव बाढ़ का प्रकोप झेल रहा है। पिछले पन्द्रह दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग पन्द्रह पर तीन से चार फुट जलजमाव की वजह से यान वाहनों के चालको को इस मार्ग से आवाजाही करने मे काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। वही जिले के नलहटा से फुलवारी तक जाने वाली मुख्य लोक निर्माण सड़क टूट जाने की वजह से लगभग दस गांव के लोग काफी प्रभावित हुए हैं। सरकारी आंकड़े के अनुसार इन दो जिलो लगभग बाढ़ प्रभावित इलाके में 37000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं गैर सरकारी आंकड़े के माने तो बाढ़ से लगभग एक लाख लोग बाढ़ प्रभावित हुए हैं। जो विभिन्न शिविरों के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे, स्कूल व सरकारी एव अन्य आवासों में आश्रय लिए हुए हैं। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल बुधवार को लखीमपुर जिले का दौरा कर स्थानीय जिला प्रशासन को बाढ़ में फंसे लोगों को जल्द निकालने और खाने-पीने के अलावा अन्य जरूरी सामान मुहैया कराने का निर्देश दिए जाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लग रहा है। बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि न तो असम सरकार की ओर से खाने पीने की सामान मुहैया कराई जा रही है न ही बाढ़ प्रभावित लोगों के इलाज के लिए कोई व्यवस्था किया गया है। कुछ शिविर ऐसे हैं जहां लोग को एक वक्त का ही खाना खाकर जिंदगी जीने पर मजबूर है। वही असम प्रदेश युवा कांग्रेस की वाइस प्रेसिडेंट अंकिता दत्त ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार असम में बाढ़ प्रभावित इलाके में फंसे लोगों के लिए कुछ नहीं कर रही है। लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। आश्रय शिविर में असम सरकार द्वारा खाने पीने की व्यवस्था अच्छी तरह से नहीं किए जाने की वजह से लोगों की हालत बद से बदतर होते जा रही है। शिविर में कई बार प्रभावित लोगों का लगातार स्वास्थ्य में गिरावट आ रहा है। सरकार की तरफ से इन शिविरों में इलाज के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है जो काफी दुख की बात है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मूलभूत सुविधा असम सरकार मुहैया नहीं करा रही है जो काफी दुख की बात है। अंकिता दत्त ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार असम के बाढ़ को गंभीरता से लेते हुए बाढ़ प्रभावित इलाके में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था के अलावा खाने-पीने एवं चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराएं अन्यथा आने वाले दिनों में कई लोगों की बाढ़ से जान जा सकती है। वही शुक्रवार को असम प्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी की एक टीम ने लखीमपुर नवगछिया विधानसभा क्षेत्र के कई बार प्रभावित इलाकों के शिविरों का दौरा कर लोगों को खाने पीने की सामग्री मुहैया कराई ।