गुवाहाटी 02 अगस्त संवाद 365 : ऑल असम बंगाली युवा छात्र फेडरेशन के प्रतिनिधि गुरुवार को असम एनआरसी के सम्नवयक प्रतीक हाजेला से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। मुलाकात के बाद खास बातचीत के दौरान संगठन के अध्यक्ष कमल चौधरी ने कहा कि मेरे पिता का वर्ष 1951 एवं मां का 1971 का लिगेसी डाटा होने के बावजूद भी मेरा और मेरे भाई श्यामल चौधरी का नाम एनआरसी की अंतिम मसौदा सूची में नहीं आया है। जो काफी दुख की बात है। वहीं लाखों ऐसे भारतीय बांग्लाभाषी नागरिकों का नाम एनआरसी में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि मैंने एनआरसी समन्वयक से इस मामले की जांच करने की अपील की है। इस संबंध में संगठन के पूर्व अध्यक्ष सुशील दास ने कहा कि बाक्सा जिले में जरूरी दस्तावेज होने के बावजूद भी सबसे ज्यादा हिंदू बांग्लाभाषियों का नाम एनआरसी में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंन बताया कि राज्य के सिर्फ बाक्सा जिले में ही 1.5 लाख हिंदू बांग्लाभाषियों का नाम शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने इन सभी मुद्दों पर प्रतीक हजेला से बातचीत की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी दस्तावेजों की सही तरीके से जांच की जाएगी। एक भी भारतीय नागरिक का नाम एनआरसी में शामिल होने से नहीं छूटेगा।