गुवाहाटी 02 अगस्त संवाद 365 : मोरीगांव जिला उपायुक्त द्वारा गुरुवार खुलासा किया गया कि 39 ऐसे परिवारों के लगभग 200 से अधिक लोगों नाम एनआरसी में शामिल हो गए हैं जो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक हैं। जिन पर विदेशी न्यायाधिकरण में मामला चल रहा है। इस मुद्दे पर असम प्रदेश एनआरसी के समन्वय प्रतीक हाजेला ने कहा कि मोरीगांव जिला उपायुक्त का बयान बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध नागरिक अपनी पहचान छुपाने की भरपूर कोशिश एनआरसी के कागजात जमा करने के दौरान किए हैं। कुछ ऐसे लोग हैं जो स्थान व नाम बदलकर अपना नाम एनआरसी में दर्ज कराने की कोशिश किए हैं। उहोंने कहा कि कुछ लोग पूरी तरह नए दस्तावेज दूसरे का जमा कर एनआरसी में नाम शामिल कराने की कोशिश की है। वहीं उन्होंने कहा कि जिन लोगों को न्यायालय ने विदेशी के रूप में पहचान किया है, अगर उन लोगों का नाम एनआरसी में आया है तो हम उन्हें एनआरसी के ड्राफ्ट से डिलीट कर देंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का केस चल रहा है अगर वे लोग विदेशी साबित हुए तो उनका भी नाम एनआरसी से काट दिया जाएगा। हाजेला ने कहा कि अगर कुछ ऐसे नागरिक है जो अपनी भारतीय नागरिकता न्यायालय में साबित कर लेंगे तो उनका नाम एनआरसी में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया चलती रहेगी। एक भी संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक का नाम एनआरसी में नहीं शामिल होगा।