डिंपल शर्मा

नगांव, 17 मई (संवाद 365)। कोरोना कर्फ्यू में दुकानें बंद होने से शहर के साथ जिला में कारोबार पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। बाहरी राज्यों की बड़ी कंपनियों द्वारा लोगों की मांग पर उन्हें ऑनलाइन सामान भेजा जा रहा है।

कोरोना कर्फ्यू में जहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति है। वहीं ऑनलाइन कारोबार पर प्रतिबंध न लगने से इसका सीधा असर स्थानीय कारोबारियों पर पड़ा है। कारोबारियों का कहना है कि कोरोना के कारण विवाह, जन्मदिन, शगुन सहित अन्य त्योहारी सीजन में भी कारोबार नहीं है। जबकि, बड़ी कंपनियां लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग से समान घर पहुंचा कर चांदी काट रही हैं।

कपड़ा और स्वर्णाभूषण दुकानदारों का कहना है कि अक्षय तृतीया के साथ ईद का त्योहार होने पर कारोबारियों को घरों में बैठ कर निराश होना पड़ा है। स्थानीय कारोबारियों पर मंदी की मार पड़ रही है। आयकर विभाग से जुड़े एक कारोबारी का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी से न केवल स्थानीय कारोबारियों को नुकसान हो रहा है वहीं सरकार को भी नुकसान हो रहा है। क्योंकि सभी कारोबारी सरकार को टैक्स अदा करते हैं। जबकि, ऑनलाइन कंपनियां टैक्स अदा नहीं करती हैं।

एक अन्य व्यापारी के अनुसार पिछले साल के कोरोना संक्रमण की मार से हम अभी उबर नहीं पाए थे। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर में हमारा व्यापार पूरी तरहर से चौपट हो गया। उन्होंने बताया कि शाम के समय शहर में अच्छा व्यापार होता था, किंतु दुकान बंद होने से आर्थिक संकट गहराने लगा है।

उन्होंने बताया कि संक्रमण को कम करने के लिए बंदी जरूरी है, लेकिन सरकार की गाइडलाइन के अनुसार धंधा चलाया जा सकता है। पूरे असम के साथ नगांव में भी कोरोना कर्फ्यू का असर देखने को मिल रहा है। शहर के सभी सार्वजनिक स्थलों के साथ पूरे शहर में दोपहर 11 बजे के बाद चहल कदमी बंद हो जाती है। सुबह चहल-पहल और दोपहर में सन्नाटा पसर जाता है।

शहरी कस्बों के चौक-चौराहे एवं बाजार में आवश्यक सामग्रियों को छोड़ अन्य सभी दुकानें बंद हैं। पुलिस सड़कों पर सख्ती दिखा रही है। शहर में तफरी के लिए वाहन लेकर निकले लोगों के वाहनों का चालान भी किया जा रहा है। सुबह के समय आवश्यक सामग्रियों की खरीदारी के लिए मिली छूट के दौरान सड़कों व बाजार में थोड़ी चहल-पहल देखने को मिल रही है,लेकिन दोपहर बाद पूरे शहर में सन्नाटा पसर जाता है।

नगांव जिले में भी कोरोना की महामारी अपने पूरे सबाब पर है। आंकड़ा 300 के पार है। इसको ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से आनंदराम ढकियाल फुकन महाविद्यालय में भी सैकड़ों बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है जो कि अगले दो-चार दिन में शुरू हो जाएगा।