तुरा, संवाद 365, 11 मार्च: मेघालय के प्रतिबंधित संगठन गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के अंत होने के संकेत दिखने लगे हैं। संगठन के प्रमुख सोहन डी शिरा के मारे जाने के बाद संगठन के शीर्ष नेता सहित आठ आतंकियों ने आज आज मेघालय  पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। जिसके बाद गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी की कमर टूट गई। इतनी भारी संख्या में जीएनएलए के आतंकियों ने हथियार सहित आज आत्मसमर्पण किया। यह जीएनएलए के ताबूत पर अंतिम कील माना जा रहा है। जीएनएलए प्रमुख सोहन डी शिरा मुठभेड़ मे मारे जाने के बाद आठ आतंकियों का आत्मसमर्पण कड़ा करना यह जीएनएलए के लिए बड़ी क्षति माना जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले आतंकी केडरो की पहचान क्लुबर्थ संगमा उर्फ किकि, कौनब्रिथ चन मारक, राहुल एस संगमा उर्फ निकम, सुजीत जी मोमिन उर्फ रोबिन हिनडिसन एम संगमा उर्फ निवाक वार्निंगस्टोन एस सांगमा उर्फ विलियम टंगकम चन मोमीन उर्फ बिलवट पिनबिल चन मारक उर्फ चूरिक के रूप में पहचान की की गई है। आत्मसमर्पण के दौरान इन आतंकी केडरो ने दो एके-56 राइफल एक इंसास राइफल एक थ्री नॉट थ्री राइफल चार पिस्टल के अलावा तीन सौ से अधिक जिन्दा गोली आत्मसमर्पण के दौरान पुलिस को सौंपा। गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी के सभी आठ आतंकी विलियमनगर के जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित ऐकेलगर गांव केे  बड़े चर्च के सामने आत्मसमर्पण किया। मेघालय पुलिस इसे एक बड़ी कामयाबी मान रही इतनी संख्या में गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी के केडर मुख्यधारा में लौटने के बाद संगठन पूरी तरह कमजोर पड़ जाएगी