अब्दुल हक

बरपेटा , 22 सितम्बर (संवाद 365)। बरपेटा जिला के चेंगा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व महचारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक की लापरवाही के चलते आए दिन इलाके के मरीजों का इलाज नहीं हो पाने का आरोप लग रहा है।

 स्वास्थ्य केंद्र के बाहर ऑल असम मुस्लिम स्टूडेंट यूनियन (आमसू) और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स जुडिशियल प्रोटेक्शन काउंसिल के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों के सहयोग से मंगलवार की सुबह जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि पूर्व महचारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ शमशुल हक महीने में 15 से 20 दिन अनुपस्थित रहते हैं। जिसकी वजह से लोगों को स्वास्थ सेवा से वंचित होना पड़ता है।

लोगों ने कहा कि मरीज तो स्वास्थ्य केंद्र तक आते हैं लेकिन चिकित्सक और नर्सों के नहीं होने की वजह से मरीजों को बिना इलाज के ही घर लौटना पड़ता है। वहीं मरीजों को दवा भी नहीं मिल पा रही है। ज्यादातर समय स्वास्थ्य केंद्र में एक फार्मासिस्ट रहता है। चिकित्सक और नर्स के कमरे में हमेशा ताला लटका रहता है। प्रदर्शनकारियों ने इस संबंध में गंभीरता से कदम उठाते हुए स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और नर्स की नियुक्ति किए जाने की मांग की है। वहीं लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की है।