माजुली, 28 अप्रैल (संवाद 365): जहां एक ओर लोग, जाति धर्म के नाम पर मरने मारने पर उतारू हैं, वहीं असम के माजुली में एक हिंदू परिवार ने लॉक डाउन के दौरान एक मुसलमान युवक को आश्रय देकर रमजान के महीने में रोजे रखने की पूरी व्यवस्था कर इंसानियत की मिसाल कायम की है। माजुली जिले के गोवालगांव में लॉक डाउन के दौरान पेशे से राजमिस्त्री का काम करने वाला जहरूल इस्लाम अपने घर धुबड़ी नहीं जा सका। विपुल बरुवा नामक व्यक्ति के घर में ही वह फंस गया। इसी बीच रमजान का महीना शुरू हो गया और जहरुल इस्लाम के लिए विपुल बरुवा के परिवार वालों ने अपने घर में ही सेहरी, ईफ्तार और नमाज पढ़ने की पूरी व्यवस्था कर दी। जहरुल इस्लाम के लिए विपुल बरुवा का परिवार सुबह उठकर शहरी और शाम के समय हर रोज ईफ्तार बना कर दे रहा है। जहरुल इस्लाम को विपुल बरुवा का परिवार रमजान के महीने में बड़े आदर सम्मान के साथ रखे हुए है।