कछार , 25 अक्टूबर (संवाद 365)। पड़ोसी राज्य त्रिपुरा के अम्तली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजनीतिक विद्वेष के तहत पूर्व सांसद और टीएमसी नेता सुष्मिता देब की कार में तोड़फोड़ करते हुए उन पर हमला भी किया गया। इस घटना की निंदा करते हुए हम त्रिपुरा सरकार को कड़ी चेतावनी देते हैं कि इस तरह के हथकंडों से बाज आए।
ये बातें सोमवार को कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर में आयोजित विरोध कार्यक्रम के दौरान टीएमसी के नेताओं ने कही। विरोध प्रदर्शन कर रहे टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कहा कि त्रिपुरा में डर दिखाकर टीएमसी को रोका नहीं जा सकता है। भविष्य में त्रिपुरा में भी टीएमसी नेता ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा।
टीएमसी के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि त्रिपुरा के लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हुए बदलाव चाहते हैं। त्रिपुरा के मौजूदा मुख्यमंत्री बिप्लब देव के पैरों तले जमीन खिसक गयी है, हार के डर से गुंडों की मदद से ऐसी गतिविधियां कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आने वाले दिनों में त्रिपुरा में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। टीएमसी त्रिपुरा में कमजोर वामपंथ और कांग्रेस का विकल्प बनकर भाजपा को चुनौती देना चाहती है। यही कारण है कि त्रिपुरा में टीएमसी पश्चिम बंगाल की तर्ज पर उग्र प्रचार कर अपने लिए स्थाना बनाने की कोशिश कर रही है। कई बार राज्य में टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें भी सामने आती हैं।