गुवाहाटी , संवाद 365, 19 अप्रैल : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को शुक्रवार सम्बोधित कर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम व पूर्वोत्तर समेत पूरे देश के विकास के लिए कार्य किए है। यही वजह है कि असम में संपन्न हुए दो चरणों के चुनाव में जनता का सीधा रुझान भाजपा की ओर देखा गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवार वाले जिन नौ सीटों पर चुनाव संपन्न हुए हैं, उन सभी 9 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीतेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि अपने-अपने राज्यों में जनता द्वारा रिजेक्ट किए जा चुके नेता असम में आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा रहे हैं। करते हुए राम माधव ने कहा कि ये सभी नेता अपने-अपने राज्यों में जनता द्वारा पहले ही रिजेक्ट किए जा चुके हैं। इनके पैरों तले कोई जमीन नहीं है। लेकिन, यह यहां आकर असम की जनता को भ्रमित कर रहे हैं और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। लेकिन सच्चाई जनता जानती है। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी से क्वीन ओझा भी जीतेंगी और भाजपा के घटक दल असम गण परिषद और बोड़ो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के उम्मीदवार भी चुनाव जीतेंगे। राम माधव ने कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा में जो भरोसा दिखाया है, उसके आधार पर यह देखा जा सकता है कि इस बार के चुनाव में 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में सात सीटों से अधिक सीटें भाजपा को प्राप्त होंगी। राम माधव ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई सरकार के समय में अवैध विदेशी घुसपैठियों के आने का दरवाजा खोल दिया गया था। यही वजह है कि बड़ी संख्या में घुसपैठिए यहां आ गए। तरुण गोगोई के शासनकाल में असम में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है । भाजपा हमेशा ही घुसपैठियों को बाहर निकालने के पक्ष में रही है। उन्होंने कहा की 1967 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जो नीति बनाई, उसी नीत की वजह से पूर्वी पाकिस्तान से बड़ी संख्या में घुसपैठिए असम समेत पूरे पूर्वोत्तर में फैल गए। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को कांग्रेस लटकाना चाह रही थी, यही वजह है कि एनआरसी के पायलट प्रोजेक्ट का कार्य 2010 में शुरू होते ही अवैध घुसपैठियों के जरिए विवाद में एनआरसी को लटका कर तत्कालीन तरुण गोगोई सरकार ने इसके अद्यतन का कार्य रोक दिया था। उन्होंने कहा कि जब भाजपा की सरकार असम में सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में बनी तब फिर से एनआरसी के अद्यतन का कार्य शुरू हुआ। वही राम माधव ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक लागू होने से पूर्वोत्तर में रह रहे विविन जाति जनजाति के लोगों पर कोई असर नहीं पड़ेगा