मेघालय की राजधानी शिलांग और आसपास के इलाकों में लगा कर्फ्यू
-मुठभेड़ में उग्रवादी संगठन एचएनएलसी नेता की मौत पर शिलांग में हिंसा
-पुलिस की बंदूक छीनी और पुलिस के दो वाहनों में लगायी गयी आग
शिलांग, 15 अगस्त (संवाद 365)। मेघालय की राजधानी शहर के शिलांग समेत आसपास के इलाकों में जारी हिंसा के मद्देनजर रविवार को रात 08 बजे से 17 अगस्त की सुबह 05 बजे तक पूर्व खासी हिल्स जिलाधिकारी ई लालू कर्फ्यू लगा दिया। जिलाधिकारी ने कहा है कि यह आदेश स्थिति पर निर्भर करेगा।
इस बीच, राज्य प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अगले 48 घंटे के लिए पूर्वी खासी हिल्स, पश्चिम खासी हिल्स, दक्षिण खासी हिल्स और रि-भोई समेत चार जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरे शिलांग में सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मेघालय के उग्रवादी समूह हाइनीट्रिप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के महासचिव चेरिस्टरफ़ील्ड थांगखिव की पिछले शुक्रवार की रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद मेघालय में हालात गंभीर हो गये। यह घटना शिलांग के माउलाई में किंटन मसरे में चेरिस्टरफ़ील्ड थांगखिव के निवास पर हुई। ज्ञात हो कि 10 अगस्त की को दोपहर करीब 1.18 बजे लाइटमुखरा मार्केट में आईईडी ब्लास्ट हुआ था।
धमाके में दो महिलाएं घायल हो गईं थीं। घटना में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को पुलिस गिरफ्तार किया था। उनके बयान के आधार पर पुलिस की एक टीम शुक्रवार रात को चेरिस्टरफ़ील्ड थांगखिव के घर पहुंचकर तलाशी लेने लगी। इस बीच चेरिस्टरफ़ील्ड मौके से भागने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस ने उसको पकड़ने के लिए फायरिंग कर दिया। पुलिस की गोली लगने से एचएनएलसी के महासचिव चेरिस्टरफ़ील्ड की मौत हो गई।
इस घटना के बाद शुक्रवार की रात स्थानीय युवकों के एक गुट ने मौलाई थाने को घेरकर विरोध जताया। स्थानीय हिंसक लोगों के भारी विरोध के चलते पुलिस कर्मियों को पुलिस स्टेशन छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। बाद में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया। इस घटना को लेकर रविवरा की सुबह से ही शिलांग सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई। रविवार को चेरिस्टरफ़ील्ड थांगखिव के शव को दफनाने के बाद भीड़ के एक समूह ने स्वतंत्रता दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने के लिए माउला सहित शिलांग के विभिन्न हिस्सों में उत्पात मचना शुरू कर दिया।
उपद्रवी अपने हाथों में काले झंडे लेकर हाईवे पर पुलिस वाहनों और नागरिकों के वाहनों पर ईंट और पत्थर फेंकने लगे। उपद्रवी भीड़ ने पुलिस की जीप को पकड़ लिया। उसमें सवार पुलिसकर्मी से बंदूक और जीप छीनने लगे। इसके बाद पुलिस की एक और काली स्कॉर्पियो को उपद्रवी युवकों के एक गुट ने घेर लिया। सबसे पहले वे जिप्सी और स्कॉर्पियो में सवार हुए और माउला और आसपास के क्षेत्रों में घूम-घूमकर नारेबाजी करने लगे। जिसके चलते इलाके में काफी भीड़ जुट गयी।
माउला इलाके में इस घटना के बाद हाईवे पर एक भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आया। कुछ देर घूमने के बाद उपद्रवी भीड़ ने दोनों वाहनों में आग लगा दिया। इस घटना के चलते राजधानी शिलांग समेत आसपास के इलाकों में भारी तनाव व्याप्त है।
खबर सौजन्य हिन्दुस्थान समाचार