गुवाहाटी, 02 मई.(संवाद 365)। लॉक डाउन के दौरान पिछले 15 दिनों से लगातार साइकिल चलाकर मंजू राय नामक महिला अस्पताल पहुंचने और ड्यूटी खत्म करने के बाद फिर साइकिल लेकर अपने घर जाने वाली मंजू राय की खबर 30 अप्रैल को प्रकाशित होने के बाद आखिरकार सरकार की नींद खुली। शनिवार को सरकार की ओर से मंजू राय को 20 किलोग्राम चावल मुहैया कराया गया। 30 अप्रैल को हमने संवाद 365 मे खबर प्रकाशित किया था कि जोराबाट स्थित नॉर्थ ईस्ट कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में बतौर सफाई कर्मी काम करती है और लॉक डाउन की वजह से मंजू को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरे चरण के लॉक डाउन के दौरान पति को घर में ही बैठना पड़ रहा है, क्योंकि पति दैनिक मजदूरी करता है और फिलहाल लॉक डाउन के दौरान उसे कोई काम नहीं मिल पा रहा था। मंजू हर रोज सोनापुर के कमारकुची स्थित अपने किराए के मकान से साइकिल लेकर अस्पताल निकलती । ड्यूटी कर फ़िर 5 किलोमीटर पहाड़ी इलाके में साइकिल चलाकर घर पहुंचती है । मंजू ने कहा था कि मेरे पास राशन कार्ड नहीं है। मैं किराए के मकान में रहती हूं। आज तक मुझे सरकार की ओर से लॉक डाउन के दौरान किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। मैं हर रोज अपने परिवार की खातिर साइकिल चलाकर ड्यूटी जाती हूं। समाचार प्रकाशित होने के बाद आखिरकार सरकार को देरी से सही नींद खुली और मंजू राय को राहत दी गई।
खबर का असर, महिला को मिला सरकारी मदद
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