गुवाहाटी, 07 सितम्बर (संवाद 365)। विद्या भारती आगामी 11 सितम्बर से नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शुरू करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सुधारों के दायरे, पैमाने और प्रभाव पर व्यापक चर्चा के अलावा, प्रतियोगिता भी शामिल होगा। 25 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक ऑनलाइन माध्यम – सोशल मीडिया व वेबसाइट (डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट एमवाईएनईपी डॉट इन) में मॉय एनईपी पर आधारित लोकप्रिय एवं आकर्षक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
मॉय एनईपी प्रतियोगिता 13 भाषाओं, चार उप-विषयों पर आयोजित की जाएगी जैसे भारत केन्द्रित, समग्र शिक्षा, ज्ञान आधारित समाज और गुणवत्ता शिक्षा। इस प्रतियोगिता को तीन श्रेणियों में बांटा गया है, कक्षा 9-12 की पहली श्रेणी, दूसरी स्नातक श्रेणी और तीसरी नागरिक श्रेणी। प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को महत्वपूर्ण एवं आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, प्रत्येक प्रतियोगी को एक भागीदारी प्रमाण-पत्र प्राप्त होगा। मॉय एनईपी प्रतियोगिता के तहत हस्तनिर्मित पेंटिंग, मीम-मेकिंग, प्रधानमंत्री को पत्र-लेखन, भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, लघु फिल्म निर्देशन (निर्माण), डिजिटल डिजाइनिंग और ट्विटर थ्रेड रचनाएं जैसी प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी। इन श्रेणी-विशिष्ट प्रतियोगिताओं के अलावा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर एक इंटरैक्टिव (ज्ञानवर्धक) प्रश्नोत्तरी भी ऑनलाइन माध्यम द्वारा आयोजित किया जाएगा। विजेताओं के नामों की घोषणा “05 अक्टूबर” को की जाएगी।
चूंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति अपने आप में व्यापक लोकतांत्रिक भागीदारी का एक परिणाम है, इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति जागरूकता अभियान भी युवा और कर्मठ स्वयंसेवकों द्वारा चलाया जाएगा। एनईपी अंबेसडर को मॉय एनईपी प्रतियोगिता संबंधी गतिविधियों का प्रबंधन और नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालय और उच्च शिक्षा संस्थान भी नवीनतम शिक्षा नीति के समर्थन में एनईपी-प्रतिज्ञा लेकर जागरूकता आंदोलन में भाग ले सकते हैं।
इसकी जानकारी सोमवार को यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में की गई। इस मौके पर विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री ब्रह्माजी राव, सह क्षेत्र संगठन मंत्री डॉ पवन तिवारी, शिशु शिक्षा समिति, असम के महामंत्री कुलेन्द्र कुमार भगवती तथा संगठन मंत्री हेमंत धिंग मजुमदार आदि मौजूद थे।
मॉय एनईपी प्रतियोगिता के संयोजक लालजी सोनारी ने कहा, “हमारे जागरूकता अभियान में ज़्यादा भागीदारी हो इसलिए एनईपी-थीम वाले प्रतियोगिताओं की श्रृंखला शामिल है, जिसमें विद्यालय और कॉलेज के छात्रों के साथ-साथ इच्छुक एवं जागरुक नागरिक दोनों भागीदारी कर सकते हैं। एनईपी ने सीखने के सकारात्मक परिणामों के लिए शिक्षा के प्राथमिक माध्यम के रूप में मातृभाषा की सिफारिश की है, इसी को ध्यान रखते हुये मॉय एनईपी प्रतियोगिता के तहत सभी प्रतियोगिताएं विविध क्षेत्रीय भाषाओं के पृष्ठभूमि के छात्रों तक पहुंचने के लिए, हिंदी व अंग्रेजी सहित 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएंगी। प्रतिभागियों के लिए भागीदारी स्वयं एक समृद्ध अनुभव होगा।”
सभी कार्यक्रमों को सुचारु रूप से सम्पादित करने हेतु संयोजक के रुप में लालजी सोनारी तथा महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्तर के कार्यक्रमों के लिए सुब्रत शर्मा बरुवा को नामित किया गया।