तिनसुकिया, संवाद 365, 03 मई : ऊपरी असम के तिनसुकिया जिला के वरडूमसा में शुक्रवार को हुए असम पुलिस सीआरपीएफ सेना व कोबरा बटालियन के बीच हुए मुठभेड़ के दौरान पुलिस को मार गिराना हमारा लक्ष्य नहीं था। हमारे कैडरों ने अपनी जान बचाने के लिए फायरिंग किया था। इस दौरान पुलिस का एक जवान मारा गया। इस मुठभेड़ पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अल्फा सेना अध्यक्ष परेश बरुआ का परेश बरुआ ने कहा कि असम का संतान व असम पुलिस का जवान भास्कर कलिता मुठभेड़ में मारा गया जिसका हमें काफी दुख है। लेकिन वह हमारे खिलाफ अभियान का नेतृत्व लिया था। उसने सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन सेना व पुलिस लेकर हमारे कैडरों को मारने के लिए आया था। कलिता को हमारे खिलाफ इस तरह का अभियान नहीं चलाना चाहिए था। असम पुलिस के जवान हमारे ही भाई वह बड़े भाई हैं। हमलोगों ने पिछले 6 से 7 वर्षों मे असम पुलिस पर कभी हमला नहीं किया । वरडूमसा के हाविर काषर गांव में छिपे हुए हमारे कैडरों को मारने के लिए भास्कर कलिता के नेतृत्व में सेना की व सीआरपीएफ कि बड़ी टीम पहुंची थी। जिस के दौरान हमें मजबूरन गोली चलानी पड़ी जिसमें असम का संतान भास्कर कलिता मारा गया जो हमारे लिए काफी दुख की बात है।