गुवाहाटी, 27 अप्रैल (संवाद 365)। गुवाहाटी के काहीलीपाड़ा स्थित फोरेंसिक विज्ञान संचालक कार्यालय में सोमवार को एनआईए की टीम ने कृषक मुक्ति संग्राम समिति के मुख्य सलाहकार अखिल गोगोई, धैर्य कुंवर और बिट्टू सोनोवाल के आवाज का नमूना संग्रह करने के लिए लेकर आई। जहां, वैज्ञानिकों ने तीनों के आवाज का नमूना संग्रह किया। आवाज का नमूना संग्रह किए जाने के बाद बाहर निकलते समय अखिल गोगोई ने कहा कि हम मातृभूमि से प्यार करते हैं, असम को दिल से चाहते हैं, सरकार के विरोध हम आवाज उठाते हैं, विरोध करते हैं, जिसकी वजह से हमें इस तरह से सजा दी जा रही है। आज हमें यहां आवाज का नमूना संग्रह करने के लिए लाया गया है । वहीं, अखिल ने कहा कि मैं चाहता हूं कि असम की जनता की सुख शांति से रहे। असम के बाहर जो 5-6 से लाख युवक युवती दूसरे राज्यों में लॉक डाउन के दौरान फंसे हुए हैं उन्हें राज्य सरकार असम लाने की व्यवस्था करे। मैं जेल से बाहर नहीं निकल सकूं, इसकी वजह से सरकार एक के बाद एक मेरे ऊपर मुकदमा चला रही है। मेरे ऊपर मुकदमा चलाए जाने को लेकर आम जनता विचार करेगी। अखिल गोगोई ने कहा कि हम लोग जेल के अंदर बहुत दिक्कत में हैं । मातृभूमि, मां और असम की जनता को चाहने के लिए कष्ट सह रहा हूं । वहीं, इसी दौरान बिट्टू सोनवाल ने कहा कि करोना जैसी महामारी के समय राज्य सरकार किसानों को क्षतिपूर्ति दे। माइक्रो फाइनेंस कंपनी किसानों का ऋण माफ करें। कृषक मुक्ति संग्राम समिति के महासचिव धर्य कुंवर ने कहा कि लॉक डाउन के बाद आने वाले 6 महीने तक राज्य सरकार गरीब एवं मध्य वर्ग के लोगों को चलने के लिए प्रत्येक महीने छह हजार रुपये मुहैया कराए। ज्ञात हो कि माओवादी के संपर्क में गिरफ्तार कृषक मुक्ति संग्राम समिति के तीनों नेताओं की आवाज का नमूना संग्रह करने के बाद गुवाहाटी स्थित केंद्रीय कारागार में उन्हें ले जाया गया।