गुरदासपुर, 25 दिसंबर (संवाद 365 डेक्स रिपोर्ट)। मुस्लिम जमाअत अहमदियां भारत के मुखालय कादियां जिला गुरदासपुर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जलसा सालाना किया गया। इस दौरान अहमदिया मैदान में कुरआन की तिलावत, जमाअत के कौमी झंडे को फहराने और सामुहिक दुआ की रसम के साथ आरंभ किया गया। यह जलसा 26 दिसंबर को समाप्त होगा ।
जमाअत अहमदिया भारत के प्रवक्ता के तारिक अहमद के द्वारा जारी प्रैस नोट में कहा कि जमाअत अहमदिया के संस्थापक हजरत मिर्जा गुलाम अहमद साहिब ने 130 वर्ष पूर्व 1891 में अल्लाह से आदेश पाकर अमन शांति और सुलह की बुनियाद डालते हुए इस
रूहानी जलसे का आयोजन करवाया था।
जिसका उदेश्य इस्लाम की प्यारी और शांतमय शिक्षाओं से संसार को अवगत करवाना, मनुष्य का अल्लाह से मजबूत संबंध बनाना, मानवजाती में उत्तपन विकारों को दूर करना, प्रेम भाईचारे को और मानवीय करदरों को बढावा देना है। यह जलसा अपनी शान से इतिहास में विशेश हैसीयत रखता है। यह केवल रूहानी जलसा है जिसमें शामिल होने के लिये दूर दराज से लोग.कई कठिनाईयां बर्दाशत करते हुए सच्च की तलाश में लिये यहां पहुँचते हैं। और रूहानी सकून पाते हैं।
करोना संक्रमण के चलते कम संखया में मेहमान इस समारोह में शामिल हो रहे हैं।.जबकि भारत सरकार द्वारा जारी गाईड लाईनों की सखती से पालना की जा रही है। सुरक्षित रहने के लिये अल्लाह से दुआ भी की जा रही है।.उन्होने कहा कि इस तीन दिवसीय समारोह में इंसानी कदरो, अमन शांति और रूहानीयत पर आधारित सकालर भाषण पेश करेगे और अहमदिया मुस्लिम जमाअत का
माटो प्रेम सबसे प्रिणा किसी से नही को संसार में फैलाने का प्रयास किया जायेगा ।