ग्वालपारा (असम), 03 दिसम्बर (संंवाद 365)। ग्वालपारा जिला के लखीपुर के सेबारी इलाके में फिर से छह जंगली हाथी गहरे तालाब में गिरकर फंस गयी हैं। उल्लेखनीय है कि इसी तालाब में बुधवार की रात को पांच जंगली हाथी गिरकर फंस गये थे। जिन्हें गुरुवार को वन विभाग की टीम ने जेसीबी की मदद से तालाब में रास्ता बनाकर बाहर निकालकर जंगल की ओर खदेड़ दिया था।

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात पुनः इसी तालाब में छह हाथी गिरकर फंस गए हैं। तालाब के किनारे काफी संख्या में जंगली हाथियों का झुंड डेरा डाले हुए है। जिसके चलते मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम बचाव अभियान नहीं चाल पा रही है।

वन विभाग फिर से तालाब के किनारे खुदाई कर हाथियों को बचाने का प्रयास करने की तैयारी की है। लेकिन वन विभाग बचाव कार्य शुरू नहीं कर सका है, क्योंकि हाथियों का झुंड तालाब के चारों ओर घेरा डाले हुए है।

वन विभाग घेरा डाले हाथियों को वहां से भगाने की कोशिश कर रहा है, एक बार हाथी वहां से हट जाते हैं तो वन विभाग बचाव कार्य शुरू करने की योजना बना रहा है। पूरे इलाके में काफी दहशत व्याप्त है। वन विभाग और पुलिस लगातार तालाब तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

वन विभाग के अनुसार शुक्रवार को बताया कि खाद्य की तलाश में जंगली हाथियों का एक झुंड रिहायशी इलाके में बुधवार की रात से ही प्रवेश कर उपद्रव मचा रहा है। जंगली हाथियों द्वारा कई घरों को नुकसान भी पहुंचाया गया।

गांव में जंगली हाथियों का झुंड उत्पात मचाने के बाद लौटते समय पहाड़ के किनारे बनाए गए एक गहरे तालाब में छह हाथी बीती रात गिर गये। घटना की खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि मेघालय के पहाड़ों से इलाके में आए दिन जंगली हाथियों का झुंड पहुंचकर उत्पात मचाता है। वन विभाग को इस बारे में सूचित किए जाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।