जोनमनी
बिश्वनाथ , 15 नवम्बर (संवाद 365)। एक समय विद्रोही संगठन एनडीएफबी का खूंखार कैडर सारसिंह इंग्ती कठार उर्फ आईके संगबिजित 14 साल बाद अपने गांव पहुंचा, जहां पर गांव वालों ने उसका स्वागत किया।
मुख्यधारा में लौटने के बाद कठार शुक्रवार को बिश्वनाथ जिला के असम-अरुणाचल सीमावर्ती इलाका सेलाईखाटी स्थित अपने गांव पहुंचा, जहां गांव वालों ने ढोल-नगारा बजाकर उसका स्वागत किया। सारसिंह इंग्ती कठार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एनडीएफबी के द्वारा असम-अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती सोनाजुली और भीमाजुली में किये गये बम विस्फोट में कठार का नाम सामने आया था, इस संबंध में मीडिया से बाचतीच करते हुए कहा कि उस खूनी खेल में वह शामिल नहीं था। जिन लोगों ने बम विस्फोट किया था वे आज जेल में बंद हैं।
वहीं कठार ने प्रतिबंधित विद्रोही संगठन उल्फा (स्वाधीन) के सेना अध्यक्ष परेश बरुवा को मुख्यधारा में लौटने का आह्वान किया। कठार के गांव लौटने के दौरान बिश्वनाथ के विधायक प्रमोद बरठाकुर भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा आतंकी संगठन में विश्वास रखने वाला व्यक्ति मुख्यधारा में लौट आया है यह काफी बड़ी बात है, समाज के लिए एक अच्छा संकेत है।
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