गुवाहाटी, 21 मार्च (संवाद 365)। ऑल असम जनजाति संघ की डिमोरिया जिला जनजाति संघ की 22वीं साधारण अधिवेशन रविवार को संपन्न हो गया। दो दिवसीय अधिवेशन राजदानी के सोनापुर स्थित कार्यालय परिसर में मनाया गया।

 अधिवेशन के दौरान डिमोरिया जिला जनजाति संघ की नयी कमेटी का गठन किया गया। दो दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार को 13 आंचलिक कमेटी के पदाधिकारियों ने संघ का झंडा फहराया गया। इसके बाद सांस्कृतिक शोभायात्रा भी निकाली गयी। शाम के समय एक विशेष सभा का आयोजन किया गया।

 डिमोरिया जिला जनजाति संघ की नई कमेटी के अध्यक्ष रत्नेश्वर रहांग की अध्यक्षता में एक विशेष सभा का आयोजन किया गया। जिसमें ऑल असम जनजाति संघ के सचिव आदित्य खाकलारी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि असम का जनजाति समाज सामाजिक, अर्थिक, नैतिक, राजनीतिक, शिक्षा आदि क्षेत्रों में काफी पिछड़ा हुआ है। भारतीय संविधान के अनुसार जनजातियों को जिस तरह की सुविधा मिलनी चाहिए उस तरह की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिसकी वजह से जनजाति लोग आज भी काफी पिछड़े हुए हैं।

 उन्होंने कहा कि राज्य की भूमि को सुरक्षित रखने के लिए ट्राइबल ब्लॉक और बेल्ट की सुरक्षा काफी जरूरी है। नवगठित समिति के सचिव निरंजन बसुमतारी ने संगठन के उद्देश्य की व्याख्या की। अंतिम दिन सोनापुर महाविद्यालय के अध्यक्ष डॉ देवव्रत खनिकर सहित अन्य कई विशिष्ट व्यक्तियों ने अपना विचार व्यक्त किया।