अगरतला, 04 मई (संवाद 365)। पूर्वोत्तर के त्रिपुरा राज्य को हाल ही में केंद्र सरकार ने रेड जोन या ऑरेंज जोन से पूरी तरह से बाहर कर दिया था लेकिन अचानक शनिवार को भारत-बांग्लादेश की सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान कोरोना पॉजटिव पाए। रविवार को और 12 जवान पॉजटिव पाए जाने के बाद सोमवार को ग्यारह और जवान व दो बच्चों के शरीर में पॉजिटिव पाया गया है। इस तरह अब बीएसएफ के 25 जवान संक्रमित हो चुके हैं। इनका इलाज राजधानी अगरतला के जीबी अस्पताल में चल रहा है।

शनिवार को जैसे ही बीएसएफ के दो जवानों के कोरोना पॉजटिव पाए जाने की जानकारी मिली तो उसके बाद तुरंत दोनों जवानों के संपर्क में आने वाले अन्य जवान व अधिकारियों की तलाश शुरू की गई। कुल 68 लोगों का पता लगाते हुए उनके नमूने संग्रह किए गए जिसकी जांच रिपोर्ट राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब ने सोमवार की रात ट्वीट के जरिए या जानकारी दिए की बीएसएफ के 11 जवानों और दो बच्चे के कोरोना पॉजटिव होने का खुलासा किया गया है। संभवतः पूरी रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है।

उन्होंने बताया है कि राज्य में कोरोना संक्रमण के अब तक कुल 29 मामले सामने आए हैं जिसमें पहले के दो मरीज पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। अब 25 बीएसएफ के जवानों व दो बच्चों का इलाज राजधानी अगरतला के जीबी कोरोना अस्पताल में शुरू किया गया है।

बीएसएफ के जवान कोरोना के संक्रमण में कैसे आए, इसका पता लाया जा रहा है। बीएसएफ के हेड कांस्टेबल टी सोनोवाल अपने गृह राज्य असम के शिवसागर से त्रिपुरा में 11 मार्च गये थे। इस बीच उन्होंने 22 अप्रैल को बार्डर आउट पोस्ट (बीओपी) में ड्यूटी ज्वाइन की। 25 अप्रैल को उनकी तबीयत खराब हुई तो उनकी देखभाल के लिए अन्य जवान अभिजीत भौमिक को लगा दिया गया था।

टी सोनोवाल को इलाज के लिए गंडाछोड़ा सब डिविजनल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से फिर उन्हें धोलाई जिला सदर अस्पताल में रेफर कर दिया गया। 01 मई को धोलाई से अगरतला के जीबी कोरोना अस्पताल में भेज दिया। 02 अप्रैल को दोनों जवानों की रिपोर्ट कोरोना पॉजटिव पाई गई। जवानों के संक्रमण की शुरुआती चेन के बारे में अभी तक यही पता चल पाया है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से इसको लेकर परेशान न होने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से हम सभी मिलकर लड़ेंगे और इसके ऊपर निश्चित रूप से विजय हासिल करेंगे।