मोरीगांव , 02 अप्रैल (संवाद 365)। जागीरोड विधानसभा क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार और मंत्री पीयूष हजारिका द्वारा कथित तौर पर दो स्थानीय पत्रकारों को धमकी दिए जाने का मामला सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस द्वारा दोनों पत्रकारों को एक-एक पीएसओ मुहैया कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार पत्रकार नजरुल इस्लाम ने पीएसओ ले लिया है, जबकि, तुलसी मनता ने अभी तक नहीं लिया है। हालांकि, दोनों के नाम से पुलिस सुरक्षा प्रदान किया गया है।

उल्लेखनीय है कि स्थानीय निजी न्यूज़ चैनल के पत्रकार नजरुल इस्लाम और तुलसी मनता को मंत्री पीयूष हाजारिका ने फोन कर धमकी दिया था। दोनों पत्रकारों ने अपने न्यूज चैनलों पर मंत्री की पत्नी व अभिनेत्री आईमी बरूवा द्वारा चुनाव के दौरान दिए गए एक भाषण को लेकर न्यूज़ चलाया था। जिससे नाराज होकर मंत्री पीयूष हजारिका ने दोनों पत्रकारों को गत एक अप्रैल को फोन किया था।

 इस घटना के बाद दोनों पत्रकारों ने गुरुवार को ही जागीरोड थाने में मंत्री के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस की ओर से दोनों पत्रकारों को एक-एक बॉडीगार्ड प्रदान किया गया है। मंत्री पीयूष हजारिका द्वारा पत्रकारों को धमकी दिए जाने से नाराज असम के विभिन्न जिलों के पत्रकार संगठनों ने नाराजगी जाहिर करते हुए शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। पत्रकार संगठनों ने चुनाव आयोग से मंत्री को गिरफ्तार करने की मांग की। हालांकि, चुनाव आयोग की ओर से इस मामले में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। जबकि, मोरीगांव जिला पुलिस अधीक्षक ने सोशल मीडिया पर वायरल सूचना के आधार पर दोनों पत्रकारों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराया है।