गुवाहाटी, 26 जनवरी (संवाद 365)। अहमदिया मुस्लिम जमात, भारत ने देश वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुये कहा है कि 26 जनवरी का ऐतिहासिक दिन भारत की उन्नति का बुनियाद रखता है। आज से 73 साल पहले भारत की आजादी के ढाई साल बाद सन 1950 में देश में जमहूरी निजाम की घोषणा की गई।

हिन्दुस्तान को यह फल प्राप्त है कि आबादी के हिसाब से भारत दुनिया का सब से बड़ा गणतंत्र देश है। जहां हर धर्म, नस्ल तथा विभिन्न भाषायें बोलने वाले लोग इकटठे रहते हैं। जमाते अहमादिया के पांचवें रूहानी खलीफा हजरत मिना मसरूर अहमद ने सन 2012 में संबोधन करते हुये कहा था कि हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लाहो अलैहेवसलम ने यह शिक्षा दी है कि वतन से मुहब्बत करना ईमान का हिस्सा है। इसलिए इस्लाम अपने हर पैरोकार से देश से प्रेम की उम्मीद रखता है।

जमाते अहमादिया के प्रवक्ता के तारिक अहमद ने एक बयान में कहा है कि जमाते अहमादिया की यह शिक्षा है कि ख़ुदा तथा इस्लाम से प्यार करने के लिये जरूरी है कि वह अपने देश से प्यार करे। यह बात स्पष्ट है कि अदा से प्यार तथा देश से प्यार के मध्य कोई टकराव नहीं हो सकता है। इसलिए इस्लाम में यह लाजमी करार दिया गया है कि एक मुस्लमान को अपने देश से वफादारी का उच्च स्थान प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिये। क्योंकि इसके कारण खुदा के निकट पहुंचा जा सकता है।

जमाते अहमादिया ने देश के प्रति प्यार कायम करने के लिये इमाम जमाते अहमादिया की नसीहत पर अमल करने के लिये प्रेरित किया है।