डिंपल शर्मा

नगांव, 29 अगस्त (संवाद 365)। श्री गोपाल गौशाला समिति की साधारण सभा आज श्री गोपाल गौशाला(श्री मारवाड़ी पंचायत,नगांव,प्रकल्प) में समिति के अध्यक्ष सांवरमल खेतावत की अध्यक्षता में सम्पन हुई।सभा की शुरुआत में गौशाला के पूर्व कोषाध्यक्ष स्वर्गीय महेश खेतावत को विन्रम श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्मा की शांति के लिए एक मिनट की मौन प्रार्थना की गईं ।तत्पश्यात सभा आरम्भ की घोषणा अध्यक्ष सांवरमल खेतावत द्वारा की गई। मंच पर इस दौरान मारवाड़ी पंचायत नगांव के अध्यक्ष प्रहलादराय तोदी के साथ अध्यक्ष सांवरमल खेतावत,सचिव शंकरलाल चौधरी,कोषाध्यक्ष रघुबीर प्रसाद आलमपुरिया के साथ पूर्व अध्यक्ष विजय लोहिया उपस्तिथ थे। सभा के दौरान पिछली आय और व्यय के साथ अनेक गौशाला उन्नति मुलक विचारों के साथ गौशाला के सचिव शंकरलाल चौधरी द्वारा व्योरा साधारण सभा पटल पर रखा गया।अध्यक्ष श्री खेतावत ने गौशाला में एक मंदिर निर्माण,गौशाला में सोलर उपकरण बैठाने,समरसेबल पंप बैठाने,नियमावली,कार्यकारणी से संबंधित,गौशाला के हित हेतु,गौशाला के हिसाब,हरे चारे से संबंधित आदि बातों पर प्रकाश डाला गया।इस दौरान पंप बैठाने को लेकर रामावतार अग्रवाला, देवेंद्र चौधरी ने भी अपने विचार पटल के सामने रखे।गौशाला के मास्टरप्लान को लेकर अनिल ढाढरिया,विनोद मूंदड़ा,गिरीश आलमपुरिया,पवन किल्ला,रामावतार अग्रवाला,विजय मंगलुनिया,रामचंद्र कोठारी ने भी सभा मे खड़े होकर अपने विचार पटल पर रखे। नियमावली से संबंधित विचार नियमावली समिति के चेयरमैन जुगल किशोर जाजोदिया द्वारा मंच पर अपने व्यक्तत्व रखे गये।संजय पौद्दार ने अपने मंतब्य मे सांड और गाय से संबंधित जानकारी मांगी। राजेन्द्र मूंदड़ा ने नियमावली को लेकर अपने विचार सामने रखे जिसका जबाब नियमावली समिति के चेयरमैन जुगल जाजोदिया द्वारा सादगीपूर्ण रूप से दिया गया और उन्होंने कहा कि हम तोड़ने में नही बल्कि जोड़ने में विश्वाश रखते है।

साधारण सभा के मत अनुसार गौशाला में राधा- कृष्ण,शिव दरबार और बजरंगबली के मंदिर कार्य के साथ एक स्टोर के कार्य को आगे बढ़ाने पर सभा मे सहमति पारित हुई।सभा को रतन जाजोदिया ने संबोधित करते हुए नियमावली से संबंधित जानकारी मांगी।पवन गाड़ोदिया,शंकरलाल वर्मा ने नियमावली से संबंधित अपने विचार सामने रखे और उनके प्रश्नों का उत्तर समिति द्वारा दिया गया। सभा में लायंस क्लब ऑफ नगांव ग्रेटर को गौशाला के लिए उनके द्वारा दिये गए योगदान हेतु भी धन्यवाद दिया गया।पवन किल्ला ने पेड़ लगाने,काटने संबंधी अपने विचार पटल पर रखे।जिसका उत्तर समिति के सचिव शंकरलाल चौधरी द्वारा दिया गया और बारीकी से पेड़ लगाने और काटने संबंधी का जबाब दिया गया।शंकरलाल वर्मा ,संजय पौद्दार के प्रश्नों का उत्तर गौशाला के अध्यक्ष सांवरमल खेतावत द्वारा दिया गया। पाठशाला से पधारे समाजसेवी राजकुमार जालान भी इस दौरान सभा में उपस्तिथ रहें।निवर्तमान अध्यक्ष विजय लोहिया द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान हुए आय-व्यय का व्योरा सभापटल के सामने रखा गया।श्री लोहिया ने अपने कार्यकाल के दौरान गौशाला के लिए किये गए विकास मूलक कार्यों का पठन किया। पूर्व कोषाध्यक्ष शंकरलाल वर्मा ने अपने कार्यकाल का आय व्यय का व्योरा पटल के सामने रखा।जिसे बाद में सभा मे पारित कर दिया गया।अध्यक्ष सांवरमल खेतावत ने श्री वर्मा से कहा कि यह कागजपत्र व्यक्तिगत नही रखते हुए गौशाला कार्यालय में रखे।श्री खेतावत ने विलम्ब से मिलने वाले हिसाब किताब पर अपना खेद जताया।देर से मिलने वाले कागज पत्रों के बाद में हुए नुकसान पर भी श्री खेतावत ने अपनी आपत्ति जतायी।श्री वर्मा ने कहा कि यहां रखने की जगह नहीं थी। नुकसान को लेकर श्री वर्मा ने कहा कि कोविड संक्रमण के चलते देरी हुई बताया गया और गौशाला से संबंधित कागज पत्र जिसमे गौशाला में स्थित शमशान घाट,भूमि पत्र,वाहन के पत्र,कोर्ट में चले केस और डिग्री के कागज पत्र,हाई कोर्ट केस,नारायण सेवा संस्थान ग्रीन कार्ड आदी शामिल थे श्री वर्मा द्वारा मंच पर उपस्थित अध्यक्ष को जमा करवाये गए।

श्री गोपाल गौशाला समिति की  पुरानी समिति(सत्र 2010-2020) के अध्यक्ष विजय लोहिया और अन्य सदशयों की उपस्तिथि में अपने कार्यकाल के दौरान गौशाला को दिए गए अपने गौ-सेवा योगदान के लिए गौ सेवको को प्रस्सति पत्र,फुलाम गमोछा, गौशाला की पुस्तक देकर सम्मान किया।प्रस्सति पत्र वितरण का मंच संचालन पवन किल्ला द्वारा किया गया।जिसमें संजय पौद्दार,कमल आलमपुरिया,रिंकू तोदी और अन्य द्वारा इस कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया गया।करीब सौ से अधिक गौ-भक्तों का इस दौरान सम्मान किया गया।

धन्यवाद ज्ञापन के पहले जुगल किशोर जाजोदिया ने मंदिर निर्माण पर अपनी प्रसंसा जताई और मंदिर निर्माण में एक लाख रुपये देने की घोषणा की।समाजसेवी धनपत घोड़ावत ने भी अपने विचार सभा पटल के सन्मुख रखें।धन्यवाद ज्ञापन विजय कुमार मंगलुनिया द्वारा पढ़ा गया।अंत मे दोपहर के भोजन के पश्चयात कार्यक्रम को विराम दिया गया।सभी कार्यक्रम कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पूरे किये गए।