गुवाहाटी, 03 अगस्त संवाद 365 : प्रदेश भाजपाध्यक्ष रंजित दास ने शुक्रवार को कहा कि ममता बनर्जी की लापरवाही की वजह से भारतीयों का नाम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में शामिल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में डेढ़ लाख कागजातों को सत्यापन के लिए भेजा गया था, जिसमें से महज 15,000 दस्तावेजों की जांच कर ममता बनर्जी सरकार ने असम को वापस लौटाया है। शेष दस्तावेजों के नहीं आने की वजह से भारतीय होने के बावजूद भी पश्चिम बंगाल के लोग जो असम में रह रहे हैं उनका नाम एनआरसी में शामिल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों का नाम नहीं आना काफी दुख की बात है। हमारी पार्टी हर संभव कोशिश कर रही है कि सभी भारतीयों का नाम एनआरसी में शामिल हो। इसमें कुछ अधिकारियों की लापरवाही की वजह से भी भारतीयों का नाम नहीं आया है। उन्होंने कहा कि एनआरसी के काम में दूसरे राज्यों के अधिकारियों की नियुक्ति करने की वजह से यहां के स्थानीय लोगों के बारे में सही जानकारी नहीं थी, जिसकी वजह से यहां के स्थानीय लोगों का नाम शामिल नहीं किए जाने का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को बताया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि एक भी भारतीय का नाम एनआरसी से न कटे इसके लिए वह हर संभव भारतीय नागरिक की मदद करें।
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