गुवाहाटी, 06 अक्टूबर (संवाद 365)। नशे में धुत एक कार चालक युवती द्वारा ठोकर मारे जाने से नौ श्रमिक गंभीर रूप से घायल होने के मामले में न्यायालय से जमानत पाने वाली रसूखदार मॉडल राजकन्या बरुवा दिसपुर पुलिस ने बुधवार को जीएनआरसी अस्पताल के आईसीयू से गिरफ्तार कर लिया है।
गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के मेडिकल बोर्ड की छह सदस्यी टीम बुधवार को जीएनआरसी अस्पताल पहुंच कर राजकन्या बरुवा के स्वास्थ्य की जांच किया। जिसमें उसे पूरी तरह से सामान्य पाया गया। जिसके बाद दिसपुर पुलिस की टीम ने राज्यकन्या बरुवा को गिरफ्तार कर लिया।
ज्ञात हो कि इस मामले की जांच करने वाले अधिकारी आभा रानी गोगोई सहित एफआईआर दर्ज कराने वाले एसआई साहिर अली ट्रैफिक को पुलिस विभाग ने लाइन हाजिर कर दिया है। दोनों पुलिस कर्मियों पर यह आरोप लगा है कि उन्होंने न्यायालय में इस मामले को काफी कमजोर कर दिया, जिसके चलते आरोपित को जमानत मिल गयी।
मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग को राज्य के महाधिवक्ता से परामर्श लेकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उसके बाद से ही यह अस्पष्ट हो गया था कि बरुवा की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को तड़के तकरीबन 02 बजे के आसपास एक युवती होटल ता विवांता में बर्थडे पार्टी में भाग लेने के बाद कार (एएस-01एजी-2294) से अपने घर लौट रही थी। इसी दौरान दिसपुर थाना क्षेत्र के रुक्मिणीगांव में उसने नौ श्रमिकों को अपनी कार से उसने रौंद दिया। दुघर्टना में जेसेफ नामक श्रमिक का एक पैर दुर्घटना स्थल पर ही कट गया। जबकि, दूसरा पैर उसे इलाज के दौरान काटना पड़ा।
बरुवा को जमानत मिलते ही समाज में पुलिस के प्रति घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगा। आरोपित को जब लगा कि वह गिरफ्तार हो सकती है तो उसने गुवाहाटी के नामचीन निजी अस्पताल जीएनआरसी के आईसीयू में भर्ती हो गयी। मजेदार बात है कि अस्पताल की ओर से बरुवा के स्वास्थ्य को लेकर रिपोर्ट भी जारी की गयी, ताकि उसकी गिरफ्तारी को टाला जा सके।
मेडिकल रिपोर्ट की जांच के लिए प्रशासन ने गुवाहाटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के छह डाक्टरों का एक बोर्ड गठित कर दिया। मेडिकल बोर्ड ने बरुवा के स्वास्थ्य की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट जैसे ही प्रशासन को दी, आनन-फानन में दिसपुर पुलिस जीएनआरसी अस्पतला में पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। बरुवा के विरूद्ध दिसपुर थाने में कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें जान बूझकर हत्या करने की कोशिश की धाराएं भी शामिल हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बरुवा को अब आसानी से जमान नहीं मिल सकती है।
बरुवा के संबंध में कहा जा रहा है कि पहले भी गाड़ी से लोगों को कुचल चुकी है। हालांकि, अपने रसूख के चलते वह आसानी से बच निकलती थी। इस बार भी वह आसानी से बचने की पूरी कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बरुवा की जमान पर विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया था।